पन्ना धाय, पदमिनी और हाड़ा रानी वाले नारियों के पुण्य स्वाभिमान को प्रणाम है मातृभूमि के हितार्थ भामाशाह ने जो दिया इतिहास में अकेले दान को प्रणाम है घासवाली रोटियाँ जो खा के भूमि पर सोए प्रभु एकलिंग के दीवान को प्रणाम है शूरता औ’ वीरता, पराक्रम के पर्याय आन-बान वाले राजस्थान को प्रणाम है |